यदि आप चाहते हैं कि आपकी बालिका का भविष्य पूरी तरह से सुरक्षित हो तो ऐसे में आपको सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना चाहिए। इस योजना के अंतर्गत निवेश करना काफी ज्यादा सुरक्षित रहता है क्योंकि इसे भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया है।
योजना के अंतर्गत माता-पिता या अभिभावक अपनी कन्या की शिक्षा और शादी के लिए इस बचत योजना में निवेश कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत निवेश करने वाले व्यक्ति को काफी उच्च ब्याज दर मिलता है। इस बचत खाते को बालिकाओं के लिए 10 साल तक के लिए आप खोल सकते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको सुकन्या समृद्धि योजना की सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं। हम आपको बताएंगे कि इस निवेश योजना की विशेषताएं और लाभ क्या है। इसके साथ ही हम आपको यह भी जानकारी देंगे कि योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया क्या है।
Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना को हमारे देश की केंद्र सरकार के द्वारा आरंभ किया गया है। इस बजत योजना की शुरुआत देश की बालिकाओं के हित के लिए की गई है। जानकारी के लिए बताते चलें कि जब भी किसी घर में कोई बालिका जन्म लेती है, तो ऐसे में गरीब परिवारों को इसकी शिक्षा और शादी की चिंता सताती है।
ऐसे में अभिभावक या माता-पिता अपनी कन्या की शादी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करके काफी अच्छी बचत कर सकते हैं। इस प्रकार से इस योजना के अंतर्गत ब्याज भी काफी अच्छा मिल जाता है जोकि 8.5% की दर से मिलता है।
प्रत्येक माता-पिता अपनी हैसियत के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं। बताते चलें कि इसमें न्यूनतम निवेश 250 रुपए से किया जा सकता है और इसके लिए निवेश करने की अधिकतम धनराशि डेढ़ लाख रूपए है।
सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएं
केंद्र सरकार द्वारा आरंभ की गई सुकन्या समृद्धि योजना की बहुत सारी विशेषताएं हैं जैसे –
- माता-पिता अपनी बालिका के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खाता शुरू कर सकते हैं।
- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बालिका का खाता 10 साल की आयु होने तक ही शुरू किया जा सकता है।
- एक कन्या के नाम से सिर्फ एक बार ही एसएसवाई खाता आरंभ किया जा सकता है।
- माता पिता इस बचत खाते को अपने घर के नजदीक के डाकघर अथवा बैंक में जाकर शुरू कर सकते हैं।
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश करने के लिए आप इस खाते को 250 रूपए से आरंभ कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
अगर आप सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बचत खाता शुरू करते हैं तो ऐसे में आपको इससे निम्नलिखित फायदे प्राप्त होते हैं –
- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत उच्च ब्याज दर मिलता है।
- इस निवेश योजना के माध्यम से आपको धारा 80सी के अंतर्गत इनकम टैक्स पर भी छूट मिलती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना के खाते को आप भारत के किसी भी राज्य अथवा शहर में स्थानांतरण करवा सकते हैं।
- अगर बालिका चाहे तो 10 साल की आयु के पश्चात अपने बचत खाते को खुद भी संचालित कर सकती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना में लगभग 15 साल तक निवेश किया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना हेतु पात्रता मापदंड
जो माता-पिता या अभिभावक अपनी बालिका के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए पात्रता मापदंड कुछ इस तरह से हैं –
- माता-पिता अपनी कन्या के जन्म होने के तुरंत बाद से ही सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं।
- बालिका की उम्र 10 साल पूरी होने से पहले ही सुकन्या समृद्धि योजना खाते को शुरू करना होता है।
- एक कन्या के लिए सिर्फ एक बार ही खाता खोलने की अनुमति है।
- यदि किसी घर में दो बालिकाएं हैं तो इनका भी बचत खाता खोला जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने के लिए अगर आपको खाता शुरू करना है तो इसके लिए आपके पास निम्नलिखित समस्त दस्तावेज होने आवश्यक हैं –
- कन्या का जन्म का प्रमाण पत्र
- माता-पिता या फिर कानूनी अभिभावक का पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- माता-पिता अथवा कानूनी अभिभावक की तीन तस्वीरें
- कन्या की तीन तस्वीरें इत्यादि
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन देने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार से है –
- सबसे पहले आपको अपने किसी नजदीकी डाकघर में या फिर बैंक में चले जाना है।
- अब आपको संबंधित अधिकारी से सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म ले लेना है।
- फिर आपको इस आवेदन फार्म को ठीक से पढ़कर भर देना है और इसमें सभी जरूरी दस्तावेज भी लगा देने हैं।
- अब आपको अपना आवेदन फार्म समस्त दस्तावेजों के साथ और प्रारंभिक जमा राशि के साथ बैंक में या पोस्ट ऑफिस में जमा करना है।
- इस तरह से आप 250 रूपए के निवेश के साथ अपनी कन्या के सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।