सुकन्या समृद्धि योजना देश के आर्थिक वर्ग से कमजोर परिवारों की कन्याओं के लिए चलाई गई है जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आरक्षण में की जा रही है। यह योजना एक बचत योजना के रूप में काम करती है जिसमें बेटियों के अभिभावक उनके उज्जवल भविष्य के लिए एक अच्छी बचत कर सकते है।
ऐसे अभिभावक जो अपनी बेटियों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं तथा उन्हें यह लग रहा है कि वह उनकी शिक्षा तथा विवाह इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यों के लिए एक साथ पैसा नहीं जुटा पाएंगे उनके लिए इस योजना से तुरंत ही जुड़ना चाहिए तथा अभी से अपनी बेटियों के लिए बचत शुरू कर देनी चाहिए।
यह योजना सरकारी योजना है जिसके तहत बचत करने पर किसी प्रकार का सरकारी शुल्क नहीं लगता है अपितु सरकार के द्वारा बहुत ही अच्छे ब्याज के साथ यह बचत रिटर्न के रूप में उनके लिए मिल पाती है। आइए हम सुकन्या समृद्धि योजना की अन्य आकर्षित बातों से आपको परिचित करवाते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना देश में पिछले कई सालों से कम कर रही है जिसके तहत करोड़ों की संख्या में अभिभावकों ने अपनी बेटियों के खाते खुलवाए हैं तथा निरंतर रूप से भी अपनी आय के अनुसार बचत कर रहे हैं। बता दे की इच्छुक अभिभावक कभी भी इस योजना में अपना खाता खुलवा सकते हैं।
इस योजना का कार्य भार मुख्य रूप से भारतीय डाक विभागों के द्वारा संभाल जा रहा है अर्थात अभिभावक के लिए खाता खुलवाने हेतु अपने नजदीकी डाक विभाग से संपर्क करना होगा। योजना में खाता खुलवाने से संबंधित सभी कार्य बिल्कुल ही फ्री है जो बहुत ही अच्छी बात है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए पात्रता
- सुकन्या समृद्धि योजना में केवल भारतीय व्यक्तियों के खाते ही स्वीकृत किए जाते हैं।
- इस योजना में अभिभावक अपनी 10 वर्ष की बेटी तक का ही खाता खुलवा सकता है।
- सरकारी नियम अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना में केवल दो बेटियों तक के बचत खाता खोले जा सकते हैं।
- ऐसे अभिभावक जिनके पास राशन कार्ड है तथा आर्थिक स्थिति कमजोर है केवल उनके लिए सुविधा दी जा रही है।
- इच्छुक अभिभावक अपनी बेटी के नाम पर न्यूनतम 250 रुपए तथा अधिकतम 1.5 लाख रुपए की किस्त पर खाता खोल सकता है।
- अभिभावक अपनी इच्छा अनुसार इस बचत खाते में मासिक या वार्षिक रूप से बचत कर सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना बचत फंड कब मिलेगा
अगर खाता खुलवाने से पहले अभिभावकों के लिए यह सुविधा की उनके द्वारा की जाने वाली बचत रिटर्न के रूप में कब तक वापस की जाएगी तो उनके लिए बता दें कि सरकारी नियम अनुसार अभिभावकों के लिए बेटी के 18 वर्ष पूरे हो जाने तक बचत करनी होती है इसके बाद ही पूर्ण ब्याज समय सरकार के द्वारा बचत रिटर्न की जाती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के उद्देश्य
- सुकन्या समृद्धि योजना का मुख्य उद्देश्य देश में बेटियों को उच्च स्थान देना है।
- ऐसे अभिभावक जो बेटियों को बोझ समझते हैं उनकी सोच में परिवर्तन लाना है।
- सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के प्रति अभिभावकों की चिंता को दूर करना है।
- अभिभावकों के लिए बचत के प्रति प्रोत्साहित करना है तथा सरकारी सुविधाओं का लाभ देना है।
सुकन्या समृद्धि योजना की जानकारी
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत वैसे तो अभिभावक के द्वारा ही इस बचत खाते का संचालन किया जाता है परंतु अगर किसी भी कारण वर्ष अभिभावक अनुपस्थित है तो ऐसी स्थिति में बेटी स्वयं इस बचत खाते का संचालन कर सकती है। बता दे कि इस बचत खाते पर सामान्य रूप से 7.6% की ब्याज दर लागू की गई है जो सालाना परिवर्तित होती रहती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बचत खाता कैसे खुलवाएं?
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने की पूरी प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम से है जिसके तहत अभिभावक को निम्न चरणों का पालन करते हुए खाता खुलवा लेना होगा।-
- सुकन्या समृद्धि योजना बचत खाता खोलने के लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस में पहुंचे।
- पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना के बचत खाते का फार्म प्राप्त करें।
- इस फॉर्म में मांगी गई निर्देश से जानकारी को ध्यानपूर्वक नीली स्याही से भर देना होगा।
- फॉर्म भर जाने के बाद बेटी तथा अभिभावक के मांगे गए मुख्य दस्तावेजों को अटैच करना होगा।
- इसके बाद इन्हें कर्मचारियों के पास काउंटर पर जमा कर देना होगा जिसके बाद इनका सत्यापन किया जाएगा।
- जानकारी सही होने पर खाता खोल दिया जाएगा इसके बाद पहली किस्त जमा करनी होगी।
- इस प्रक्रिया के बाद कर्मचारियों के द्वारा बचत खाते की पासबुक अभिभावक के लिए दे दी जाएगी।